रविवार, 17 अप्रैल 2011
घड़ियाल और डाल्फिन बचाने को जागा बोर्ड
पशु संरक्षण बोर्ड को आखिर चंबल में घड़ियाल और डाल्फिनों को बचाने की सुधि आ ही गई। नई जानकारी के मुताबिक बोर्ड ने चंबल नदी से सिंचाई और पीने के पानी के लिए शुरू की गईं नई परियोजनाओं पर रोक लगा दी है। ऐसा चंबल में पानी के गिरते स्तर के कारण किय गय है ताकि घड़ियाल और डाल्फिन के लिए संकट पैदा न हो। मध्य प्रदेश और राजस्थान की कई ऐसी परियोजनाओं का असर नदी के पानी पर पड़ रहा था। चंबल नदी से पानी उठाने के कारण उसका स्तर गिर रहा है। तीन साल पहले भी यहां लगभग 100 मगरमच्छ की मृत्यु हो गई थी.
पशु विशेषज्ञों का निष्कर्ष है कि चंबल का जल स्तर गिरने से मगरमच्छों की जान को खतरा पैदा हो गया है। इसलिए, उन्होंने इस तरह की सिफारिश की है।
राजस्थान सरकार ने हाल ही में धौलपुर के किनारे चंबल में पानी उठान के लिए एक संयंत्र लगाया है, लेकिन अब उसका भाग्य भी अधर में लटक गया है।
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