दो किसानों की हत्या करने के बाद एक साल से फरार चल रहे पूर्व दस्यु रमेश सिकरवार ने मध्यप्रदेश के श्योपुर जिला कलक्टर के सामने समर्पण कर दिया है। अपने फरारी के दिन जंगल के अलावा भोपाल के गांधी आश्रम में भी बिताए। यहीं उसकी मुलाकात एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजगोपाल पीवी से हुई। राजगोपाल ने ही उसे सरेंडर करने का सुझाव दिया। उसके बाद सोमवार को रमेश ने श्योपुर एसपी डॉ. एमएस सिकरवार के सामने सरेंडर कर दिया। एक साल पूर्व दस्यु रमेश सिकरवार का जमीन को लेकर कैमारा गांव के किसान काशीराम और कल्ला रावत से झगड़ा हुआ था। विवाद से गुस्साए रमेश ने दोनों किसानों की गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गया। कुछ महीने कराहल के जंगल में रहने के बाद रमेश राजस्थान व उत्तरप्रदेश में अपने रिश्ते-नातेदारों के यहां चला गया था। इधर-उधर भटकने से परेशान होकर करीब दस महीने पहले वह भोपाल पहुंचा और वहां गांधी आश्रम में रहने लगा। यहीं उसकी मुलाकात राजगोपाल पीवी और एकता परिषद के अन्य पदाधिकारियों से हुई। गांधी आश्रम में ही रमेश सिकरवार ने सरेंडर करने की बात श्री राजगोपाल के समक्ष रखी थी।
सोमवार, 4 फ़रवरी 2013
दस्यु रमेश सिकरवार का सरेंडर
दो किसानों की हत्या करने के बाद एक साल से फरार चल रहे पूर्व दस्यु रमेश सिकरवार ने मध्यप्रदेश के श्योपुर जिला कलक्टर के सामने समर्पण कर दिया है। अपने फरारी के दिन जंगल के अलावा भोपाल के गांधी आश्रम में भी बिताए। यहीं उसकी मुलाकात एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजगोपाल पीवी से हुई। राजगोपाल ने ही उसे सरेंडर करने का सुझाव दिया। उसके बाद सोमवार को रमेश ने श्योपुर एसपी डॉ. एमएस सिकरवार के सामने सरेंडर कर दिया। एक साल पूर्व दस्यु रमेश सिकरवार का जमीन को लेकर कैमारा गांव के किसान काशीराम और कल्ला रावत से झगड़ा हुआ था। विवाद से गुस्साए रमेश ने दोनों किसानों की गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गया। कुछ महीने कराहल के जंगल में रहने के बाद रमेश राजस्थान व उत्तरप्रदेश में अपने रिश्ते-नातेदारों के यहां चला गया था। इधर-उधर भटकने से परेशान होकर करीब दस महीने पहले वह भोपाल पहुंचा और वहां गांधी आश्रम में रहने लगा। यहीं उसकी मुलाकात राजगोपाल पीवी और एकता परिषद के अन्य पदाधिकारियों से हुई। गांधी आश्रम में ही रमेश सिकरवार ने सरेंडर करने की बात श्री राजगोपाल के समक्ष रखी थी।
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